अर्पित नागर-बडनगर सेंट अगस्टिन स्कूल में राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस 26 जनवरी पर निजी शैक्षणिक संस्थान में तिरंगा नहीं फहराए जाने पर विरोध बढ़ता जा रहा है प्रदेश स्तरीय मीडिया पर सारे दलों एवं सोशल मीडिया पर भी आरएसएस के बड़े पदाधिकारी भी चाहे इसका खुले आम विरोध दर्ज कर रहे हैं और स्कूल की मान्यता रद्द करने की बात तक कहीं जा रही है इसी के साथ जिन युवा और ग्रामीणों ने तिरंगे एवं राष्ट्रीय पर्व का अपमान करने पर धरना प्रदर्शन और अपना विरोध दर्ज कराया था और प्रशासन ने उन्हें आश्वासन दिया था कि इस मामले में कार्रवाई की जाएगी इसके बावजूद भी प्रशासन में आपसी सामंजस्य की कमी दिखाई दे रही है बड़नगर के एसडीएम धीरेंद्र पाराशर द्वारा मीडिया को दिए गए बयान में कहा जा रहा है कि ब्लॉक शिक्षा अधिकारी जांच कर रहे प्रतिवेदन आने के बाद कड़ी कार्रवाई की जाएगी वहीं दूसरी ओर अगर देखा जाए तो जब ब्लॉक शिक्षा अधिकारी राधेश्याम परमार से हमारी बात हुई तो उनका स्पष्ट रूप से कहना है कि मेरे द्वारा कोई जांच नहीं की जा रही है जबकि वरिष्ठ अधिकारी लगातार जांच की बात कह रहे है तो आखिर जांच कौन कर रहा है यहां सीधे-सीधे जांच पर ही सवाल खड़े हो रहे हैं बात राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे एवं राष्ट्रीय पर्व के अपमान की है उसके बाद भी शिक्षा विभाग संवेदनशील दिखाई नहीं दे रहा आगे ब्लॉक शिक्षा अधिकारी कहते मैं तो सिर्फ समझाइस देने गया था मैं कोई जांच नहीं कर रहा हूं ओर यह भी कह रहे कि तिरंगा भी फहराया गया जबकि स्कूल प्रिंसीपल ने स्पष्ट रूप से उपस्थित सभी के सामने कबूल किया और साथ ही आपको बता दे कि 151 के बयान में भी स्कूल प्रिंसिपल ने कहा है कि हा हमारे स्कूल में राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा नही फहराया गया अब यहां तो सीधे-सीधे जांच पर और प्रशासन पर ही सवाल खड़े हो गए है राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे एवं राष्ट्रीय पर्व के अपमान पर शिक्षा विभाग का यह हाल है तो अन्य मामलों में शिक्षा विभाग का क्या हाल होगा आप समझ सकते है और ऐसे ही अन्य मामलों में शिक्षा विभाग क्या करता होगा जहां से देश का भविष्य निर्धारित होता है, साथ ही हम आपको यहां बता दे की यह हाल प्रदेश के मुख्यमंत्री जी के गृह जिले का है इसी के साथ जब हमारी बात आंदोलन करने वाले युवाओं और ग्रामीणों से हुई तो उनका कहना था कि सोमवार तक जांच की बात और कार्रवाई की बात हमसे जिला शिक्षा अधिकारी एसडीएम और ब्लॉक शिक्षा अधिकारी ने कही है अगर कार्रवाई नहीं हुई तो बड़े आंदोलन की चेतावनी भी युवाओ और ग्रामीणों द्वारा दी गई है युवाओ और ग्रामीणों का नेतृत्व कर रहे यादवेंद्र यादव ने स्पष्ट रूप से कहां की राष्ट्रीय ध्वज एवं पर्व का अपमान हम किसी हाल बर्दाश्त नहीं करेंगे एवं इस मामले में कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और प्रशासन हमारी इस चेतावनी को गंभीरता से ले यह भी कहा गया है अब देखना यह होगा कि प्रशासन इस पूरे मामले को किस प्रकार से लेता है हालांकि प्रशासन यह एक संवेदनशील मामला मान रहा हैं और अब प्रशासन इसमे आगे क्या कार्रवाई करता है या फिर लीपा पोती कर मामले को दबा दिया जाता है यह हम सभी के लिए देखने वाली बात होगी…
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