सोनी सब के कलाकारों ने रखे वसंत पंचमी पर अपने विचार; बताए जीवन में सीखने के महत्व
मुंबई, जनवरी, 2025: वसंत पंचमी वसंत ऋतु की शुरुआत का प्रतीक है और यह ज्ञान, बुद्धि और नए आरंभों का उत्सव मनाने का दिन है। इस खास अवसर पर सोनी सब के कलाकार माँ सरस्वती को समर्पित इस पर्व से जुड़ी अपनी यादें और इसके महत्व पर अपने विचार साझा कर रहे हैं। करुणा पांडे, नवीन पंडिता और पंकज बेरी, जो अपने शो के जरिए दर्शकों को आनंदित करते हैं, इस दिन के महत्व और इसे अपनी रचनात्मकता व सीखने की प्रेरणा के रूप में कैसे अपनाते हैं, इस पर चर्चा कर रहे हैं।
करुणा पांडे, जो ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ में पुष्पा की भूमिका निभा रही हैं, ने कहा, “मैं उत्तराखंड से हूं, जहाँ वसंत पंचमी बड़े ही श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई जाती है। बचपन की कई खूबसूरत यादें हैं, जब हम माँ सरस्वती की पूजा करते थे। मेरी दादी कहती थीं कि माँ सरस्वती को पीला रंग बहुत पसंद है, इसलिए हम सभी पीले कपड़े पहनते थे। हमारे इलाके में ‘चौंफुला’ और ‘झुमेलिया’ नृत्य भी होते थे, जो बेहद आकर्षक लगते थे। वसंत पंचमी मुझे हमेशा अपनी किरदार पुष्पा की भावना की याद दिलाती है—परिस्थितियाँ कैसी भी हों, हमेशा बदलाव को अपनाना और सीखते रहना चाहिए। यह मेरे व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन दोनों में मेरे लिए एक महत्वपूर्ण शिक्षा बनी हुई है।”
नवीन पंडिता, जो ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ में अश्विन पटेल की भूमिका निभा रहे हैं, ने कहा, “वसंत पंचमी मेरे लिए हमेशा खास रही है क्योंकि यह ज्ञान और बुद्धि के महत्व को दर्शाती है। बचपन में मैं अपने परिवार को इस दिन माँ सरस्वती की पूजा करते और ज्ञान व विद्या के लिए आशीर्वाद मांगते देखता था। यह भावना आज भी मेरे अंदर है— अपने काम में निरंतर सुधार करने, नई क्षमताओं को सीखने और हर किरदार के साथ आने वाले सबकों को अपनाने की प्रेरणा देती है। उदाहरण के लिए, अश्विन का किरदार निभाते हुए मैंने सीखा कि अपने जीवनसाथी का साथ देना और परिवार की जिम्मेदारी उठाना कितना जरूरी है। इस किरदार ने मुझे धैर्य, समर्पण और एक आदर्श पति व पुत्र होने का सही अर्थ समझाया। इन अनुभवों ने मेरे अभिनय को ही नहीं, बल्कि रिश्तों और जिम्मेदारियों को लेकर मेरे दृष्टिकोण को भी समृद्ध किया है।”
पंकज बेरी, जो ‘तेनाली रामा’ में तथाचार्य की भूमिका निभा रहे हैं, ने कहा, “वसंत पंचमी मेरे लिए हमेशा खास रही है। जब मैं बच्चा था, तो मेरे माता-पिता मुझसे मेरी किताबें माँ सरस्वती के सामने रखने और परीक्षा से पहले उनका आशीर्वाद लेने को कहते थे। आज भी, एक अभिनेता के रूप में, मैं वही श्रद्धा महसूस करता हूँ। हर स्क्रिप्ट और हर किरदार मेरे लिए एक नया सबक लेकर आता है और मैं इसके लिए माँ सरस्वती की कृपा का आभारी हूँ, जिन्होंने मुझे हर दिन सीखने और आगे बढ़ने की शक्ति दी है। मेरे बचपन में उत्तर भारत में एक कहावत प्रचलित थी—‘आया बसंत, पाला उड़ंत’, जिसका अर्थ है कि वसंत के आगमन के साथ सर्दी धीरे-धीरे विदा होने लगती है। मैं आज भी माँ सरस्वती की रोज पूजा करता हूँ और उनके मंत्रों का नियमित जाप करता हूँ।”
सोनी सब के ‘पुष्पा इम्पॉसिबल’ को रात 9:35 बजे और ‘तेनाली रामा’ को रात 8:00 बजे, सोमवार से शनिवार तक देखें!