बड़नगर, सिद्धि विनायक विघ्नहर्ता गणेश जी के दस दिनी गणेशोत्सव के अंर्तगत मंगलवार को चहुंओर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन का नजारा दिखाई दिया। भक्तों के मन में जहां बप्पा की विदाई का गम था वहीं अगले बरस तू जल्दी आ की कामना भी। जहां घर-घर में विराजे गणपति को विसर्जन के लिए भक्त पैदल-वाहनो से या अन्य साधनो से विसर्जन स्थल ले जा रहे थे। वहीं नगर में लगभग 70 स्थानो पर पाण्डाल में विराजित गणेश प्रतिमाओं को हिन्दू उत्सव समिति के बैनर तले सामूहिक रूप से विसर्जन के लिए निकाला गया चल समारोह यादगार रहा।
क्रेन से पहली बार किया गणेश विसर्जन
हिन्दू उत्सव समिति द्वारा सामूहिक विसर्जन के लिए अथक प्रयास किये थे। जिसके चलते पुलिस, प्रशासन व नपा की ओर से माकुल व्यवस्थाओं का इंतजाम किया गया चामला नदी रपट पर गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए प्रशासन ने बैरिकेडिंग की थी। वहीं बड़ी प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए क्रेन की व्यवस्था थी। यह पहली बार था कि प्रशासन ने क्रेन की व्यवस्था की गई थी। जो भक्तों के लिए कौतुहल का विषय था। यह नजारा देखने के लिए भीड़ इकट्ठा हुई जिसे हटाने के लिए मुनादी व पुलिस का सहारा लेना रात में भी हुआ विसर्ज
घर-घर विराजित गणेश प्रतिमाओ का विसर्जन चामला रपट के अलावा शिव घाट व पाला पर भी किया गया। ढोल- ढमाको व बैंड की धुन पर युवा-बच्चे थिरक रहे थे। वही धमाको की आवाज से दीवाली व गुलाल-पुष्प पंखुरियों के उडाने पर सामूहिक चल समारोह के दौरान होली का नजारा देखने को मिला। विसर्जन का यह नजारा रात होने तक देखने को मिला।
