उज्जैन जिले की घट्टिया जनपद की ग्राम पंचायत अमरपुरा में भ्रष्टाचार का मामला सामने आया है, जिसमें पंचायत सरपंच माया हिंदूलाल मालवीय, पंचायत सचिव रमेश राठौर और उपयंत्री राकेश नारगाड़े की मिलीभगत से निर्माण कार्यों में गंभीर अनियमितताएं बरती गई हैं। आरोप है कि विकास कार्यों को बेहद घटिया स्तर पर अंजाम दिया गया है, जिसकी शिकायत अब संबंधित अधिकारियों तक पहुंच गई है।
सांसद निधि से बने शेड में बड़ा घोटाला
शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि सांसद निधि से बनाए गए स्थायी शेड में निर्माण सामग्री बाजार दर से अधिक मूल्य पर खरीदी गई, और कार्य को घटिया तरीके से अंजाम दिया गया। सूत्रों के मुताबिक, लगभग 5 लाख रुपए की लागत वाला शेड केवल 1 लाख में तैयार कर, शेष राशि कथित रूप से भ्रष्टाचारियों द्वारा आपस में बांट ली गई।
बिल किसके आदेश से स्वीकृत हुआ?
शिकायत में यह भी उठाया गया है कि भ्रष्टाचार के बिल किसके आदेश से लगाए गए और पास किए गए, यह जांच का विषय है। अगर मामले की निष्पक्ष जांच की जाती है, तो कई बड़ी मछलियां भी फंस सकती हैं।
राजनीतिक संरक्षण बन रहा है जांच में बाधा
अमरपुरा ग्राम पंचायत, जिला पंचायत उपाध्यक्ष की गृह पंचायत होने के कारण सरपंच को कथित रूप से राजनीतिक संरक्षण प्राप्त है। यही वजह है कि स्थानीय अधिकारी कार्रवाई से कतराते नजर आते हैं। अब सवाल यह है कि क्या जिला पंचायत उपाध्यक्ष स्वयं संज्ञान लेकर कार्रवाई करेंगी या अपने गांव के सरपंच को अभयदान देंगी?
जांच शुरू, सीईओ ने दी जानकारी
घट्टिया जनपद पंचायत के सीईओ गुमान सिंह मुजाल्दे ने पुष्टि की है कि शिकायत प्राप्त हो चुकी है और मामले में जांच के लिए दल गठित किया गया है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि जांच के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।
