*इंदौर में एल्सटॉम की आधुनिक मेट्रो ट्रेन और सीबीटीसी सिग्नलिंग टेक्नोलॉजी से शहरी परिवहन में नया युग शुरू*
विश्वस्तरीय मोविया मेट्रो ट्रेने, उन्नत सीबीटीसी सिग्नलिंग सिस्टम के साथ, सुरक्षित और भरोसेमंद सेवा
सावली, गुजरात में ‘मेक इन इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ पहल के तहत निर्मित
भोपाल और इंदौर के लगभग 60 लाख नागरिकों को मिलेगा लाभ
इंदौर, जून 2025: स्मार्ट और सस्टेनेबल मोबिलिटी में ग्लोबल लीडर, एल्सटॉम ने इंदौर मेट्रो की रेवेन्यू सर्विस शुरू कर दी है। इस मेट्रो सर्विस में एल्सटॉम के मोविया मेट्रो ट्रेनों और उन्नत सिग्नलिंग तकनीक का इस्तेमाल किया गया है, जो इंदौर के यात्रियों को सुरक्षित, भरोसेमंद और टिकाऊ यात्रा का अनुभव प्रदान करेगी। माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 31 मई, 2025 को एल्सटॉम निर्मित ट्रेनों वाले सुपर प्रायोरिटी कॉरिडोर का उद्घाटन किया, जिसके बाद 1 जून, 2025 से इस सर्विस का संचालन शुरू हुआ।
एल्सटॉम ने इन ट्रेनों को भारत में ही अपने अत्याधुनिक विनिर्माण केंद्र- सावली, गुजरात में डिज़ाइन और तैयार किया है। पहला ट्रेनसेट ‘नोटिस टू प्रोसिड’ (एंटीपी) मिलने के मात्र 14.5 महीनों के रिकॉर्ड समय में बनकर तैयार हुआ और अगस्त 2023 में मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एमपीएमआरसीएल) को सौंपा गया। ये अल्ट्रा-मॉडर्न, हल्की और तेज़ रफ्तार ट्रेनें 80 किमी/घंटा की टॉप स्पीड से इंदौर की 31.5 किमी लंबी मेट्रो लाइन पर 29 स्टेशंस के साथ चलेंगी। हर ट्रेन में 50 सीट और 300 यात्रियों के खड़े होकर यात्रा करने की सुविधा है। इंदौर मेट्रो रेल प्रोजेक्ट से शहर की 60 लाख से अधिक आबादी को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से लाभ मिलने की उम्मीद है।
इंदौर और भोपाल मेट्रो प्रोजेक्ट्स के एक संयुक्त ऑर्डर के तहत, एल्सटॉम का दायरा 52 स्टैंडर्ड गेज मोविया मेट्रो ट्रेनसेट (हर एक में 3 कोच) की डिज़ाइनिंग, निर्माण, आपूर्ति, इंस्टॉलेशन, टेस्टिंग और कमीशनिंग तक फैला है, जिसमें 15 वर्षों की फ्लेक्सकेयर परफॉर्म मेंटेनेंस सर्विसेस भी शामिल हैं, ताकि ट्रेन बेड़े की अधिकतम उपलब्धता और विश्वसनीयता सुनिश्चित की जा सके। एल्सटॉम इन प्रोजेक्ट्स के लिए आधुनिकतम कम्युनिकेशन्स बेस्ड ट्रेन कंट्रोल (सीबीटीसी) सिग्नलिंग सिस्टम, ट्रेन कंट्रोल और टेलीकम्युनिकेशन सिस्टम भी उपलब्ध करा रहा है, जिन सभी के साथ सात वर्षों की संपूर्ण मेंटेनेंस सर्विस शामिल है। इंदौर मेट्रो लाइन पर 3-कोच के 25 ट्रेनसेट्स संचालित होंगे। अब तक इंदौर को 14 और भोपाल मेट्रो को 8 ट्रेनसेट्स डिलीवर किए जा चुके हैं।
*ओलिवियर लोइज़ॉन, मैनेजिंग डायरेक्टर, एल्सटॉम इंडिया,* ने कहा, “हम बेहद उत्साहित हैं कि इंदौर मेट्रो की रेवेन्यू सर्विस शुरू होने के साथ इंदौर की जनता अब विश्वस्तरीय रेल समाधान का अनुभव कर रही है। एल्सटॉम द्वारा प्रदान की गई सिग्नलिंग और रोलिंग स्टॉक टेक्नोलॉजी न सिर्फ सुरक्षित, भरोसेमंद, कुशल और किफायती यात्रा सुनिश्चित करेगी, बल्कि यह शहर के इंफ्रास्ट्रक्चर को और आधुनिक बनाने में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी। हम रेल मोबिलिटी के क्षेत्र में मध्यप्रदेश के जन परिवहन को बेहतर बनाने की दिशा में अपने योगदान को आगे भी जारी रखने के लिए तत्पर हैं।”
इंदौर के लिए तैयार की गई मोविया मेट्रो ट्रेनें, एल्सटॉम के मार्केट-लीडिंग मेट्रोपोलिस मेट्रो सॉल्यूशंस का हिस्सा हैं, जो अत्याधुनिक तकनीक और भरोसेमंद कंपोनेंट्स का संयोजन हैं। इन एयर-कंडीशन्ड कोचों को इको-डिज़ाइन पर खास ध्यान देते हुए तैयार किया गया है, ताकि हानिकारक तत्वों का उपयोग पूरी तरह टाला जा सके और यात्रियों को एक सुरक्षित माहौल मिल सके। ये ट्रेनें आधुनिक, ऊर्जा-कुशल ट्रैक्शन सिस्टम से लैस हैं, जिनमें रीजनरेटिव ब्रेकिंग की सुविधा है। इससे ऊर्जा की खपत घटती है और यह परिवहन का एक टिकाऊ विकल्प बनती हैं। ऊर्जा की बचत के लिए ट्रेन में एंबिएंट लाइटिंग और स्मार्ट लाइट सॉल्यूशंस जैसी सुविधाएँ भी शामिल हैं।
सुरक्षा और निगरानी के लिए ट्रेन कंट्रोल और मैनेजमेंट सिस्टम (टीसीएमएस) में एक ऑटोमेटिक ट्रैक जाँच प्रणाली शामिल है, जो तेज़ और सही डेटा भेजने में मदद करती है। सुरक्षा के लिए, सीसीटीवी कैमरे लगातार निगरानी करते हैं और जरूरत पड़ने पर ट्रेन चालक और कंट्रोल रूम के बीच सीधे संपर्क की सुविधा भी शामिल है। इंटेलिजेंट सीसीटीवी में ऐसे फीचर्स भी हैं, जो बिना देखरेख वाले सामान की पहचान करते हैं और खाली ट्रेन का पता लगाते हैं (जैसे कि इमरजेंसी में पैसेंजर्स की गिनती के लिए)। साथ ही, इन ट्रेनों में शारीरिक रूप से असमर्थ यात्रियों के लिए व्हीलचेयर स्पेस की सुविधा भी दी गई है।
एल्सटॉम की मेट्रोपोलिस तकनीक दुनिया के 80 से अधिक शहरों में काम करती है, जिनमें लंदन, दिल्ली, स्टॉकहोम, मुंबई और सिंगापुर भी शामिल हैं। एल्सटॉम को कम्युनिकेशन बेस्ड ट्रेन कंट्रोल (सीबीटीसी) में 30 साल से भी ज्यादा का अनुभव है और यह 32 देशों में 190 मेट्रो लाइन्स के लिए सिस्टम चला रहा है। इंदौर के लिए एल्सटॉम ने ‘अर्बालिस फॉरवर्ड’ नाम का नया सिस्टम पेश किया है, जो ऑपरेटर को ज्यादा यात्रियों को संभालने, ट्रेन की क्षमता बढ़ाने और सफर को आसान बनाने में मदद करेगा। इससे यात्रियों को आरामदायक और जुड़ा हुआ सफर मिलेगा।
