“लोग मुझे मेरे किरदार के नाम से पुकारते हैं”: जयेश मोरे, पुष्पा इम्पॉसिबल, सोनी सब
मुंबई, जनवरी, 2025: सोनी सब का लोकप्रिय शो पुष्पा इम्पॉसिबल अपने दर्शकों के दिलों को जीत रहा है। इस शो की नायिका पुष्पा (करुणा पांडे) एक साहसी और दृढ़ निश्चयी महिला हैं, जो हर चुनौती का सामना सकारात्मकता और हिम्मत के साथ करती हैं। शो में अब एक नया मोड़ देखने को मिल रहा है, जहां दिलीप पटेल (जयेश मोरे) खुद को बदलने और एक बेहतर इंसान बनने की कोशिश कर रहे हैं। वह अपनी पत्नी पुष्पा का समर्थन करने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन उनके और बापोदरा (जयेश भरभाया) के बीच बढ़ते टकराव से तनाव बना हुआ है। बापोदरा दिलीप को अपने घर से निकालने के लिए पूरी तरह से अड़ा हुआ है।
खास बातचीत में जयेश मोरे ने दिलीप पटेल के किरदार को निभाने के अपने अनुभव साझा किए, जो अपनी जटिलता, ग्रे-शेड के व्यक्तित्व से परिभाषित होता है।
1. “पुष्पा इम्पॉसिबल” में दिलीप की यात्रा काफी दिलचस्प रही है। इस किरदार और पुष्पा के साथ उसके रिश्ते में क्या बदलाव आए हैं?
दिलीप का किरदार कहानी के दौरान कई बदलावों से गुजरा है। वह हर परिस्थिति में खुद को संभालते हुए आगे बढ़ा है। यह एक तरह की यात्रा रही है, जहां वह अपने अतीत की गलतियों से सीखते हुए खुद को सुधारने की कोशिश कर रहा है। पुष्पा के साथ उसके रिश्ते में भी बड़ा बदलाव आया है—पहले उनके बीच तलाक हुआ, लेकिन अब वे एक साझा समझ विकसित कर चुके हैं और दोस्त बन गए हैं। अब दिलीप अपनी गलतियों को सुधारकर पुष्पा और उसके बच्चों के साथ खड़ा रहना चाहता है।
2. दिलीप अपने चतुर और दृढ़ निश्चयी स्वभाव के लिए जाना जाता है। क्या आपके व्यक्तित्व में भी ऐसी कोई समानता है?
तीन साल से अधिक समय तक दिलीप का किरदार निभाने के बाद, मुझे इस किरदार से गहरा जुड़ाव महसूस होता है। खासकर उसकी दृढ़ इच्छाशक्ति और कभी हार न मानने वाले स्वभाव का मुझ पर प्रभाव हुआ है। दिलीप जिस तरह हर चुनौती का डटकर सामना करता है, वह मेरे अपने संघर्षों से काफी मिलता-जुलता है। दिलीप के किरदार ने मुझे एक अभिनेता के रूप में बहुत कुछ सिखाया और निखारा है।
3. हाल ही में दिलीप ने बापोदरा को मात देकर फिर से चॉल में वापसी की, जो एक महत्वपूर्ण मोड़ था। इस सीन की तैयारी कैसी रही?
यह दृश्य कहानी के लिए बहुत अहम था, जिसमें जबरदस्त तनाव और ड्रामा था। इस सीन को प्रभावी बनाने के लिए हमने निर्देशक के साथ विस्तृत चर्चा की, ताकि हर भावना और बारीकी को सही तरीके से पेश किया जा सके। रिहर्सल ने इसमें अहम भूमिका निभाई और हमें अपने अभिनय को बेहतर बनाने का मौका मिला ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उस दृश्य का योग्य प्रभाव दिखाई दें। इस सीन में दिलीप की चतुराई और बापोदरा के साथ उसकी बढ़ती दुश्मनी के बीच सही संतुलन बनाना जरूरी था, जो इसे और भी चुनौतीपूर्ण बना रहा था।
4. ऑन-स्क्रीन और ऑफ-स्क्रीन करुणा पांडे के साथ आपका रिश्ता कैसा है?
ऑन-स्क्रीन हमारे किरदारों के बीच एक दिलचस्प ड्रामा और केमिस्ट्री देखने को मिलती है, लेकिन ऑफ-स्क्रीन हमारा संबंध युवाओं की दोस्ती जैसी बेहद मज़ेदार और खुशनुमा है। करुणा एक बेहतरीन डांसर हैं और खाली समय में डांस रील्स बनाना पसंद करती हैं। हम भी कई बार उनके साथ डांस करने की कोशिश करते हैं, लेकिन सच कहूं तो हम कभी उनकी बराबरी नहीं कर पाते! इस तरह के मज़ेदार पलों से हमारी दोस्ती और मजबूत होती है, जिसका असर हमारे ऑन-स्क्रीन प्रदर्शन में भी नजर आता है।
5. दिलीप और बापोदरा के किरदारों के बीच लगातार टकराव रहता है, लेकिन ऑफ-स्क्रीन जयेश भरभाया के साथ आपका रिश्ता कैसा है?
ऑफ-स्क्रीन जयेश भरभाया मेरे लिए बड़े भाई जैसे हैं। हमारे बीच आपसी सम्मान और समझदारी का गहरा रिश्ता है। हम दोनों एक-दूसरे की अभिनय तकनीकों को अच्छी तरह समझते हैं, जिससे हमें पर्दे पर अपने सीन को और भी प्रभावी बनाने में मदद मिलती है। भले ही हमारे किरदारों के बीच ऑन-स्क्रीन दुश्मनी रहती हो, लेकिन असल जिंदगी में उनके साथ काम करना हमेशा मज़ेदार और सीखने का अनुभव होता है। उनकी मौजूदगी सेट पर अलग ही ऊर्जा लेकर आती है और हम जो भी सीन साथ करते हैं, उसमें सीखने का और आनंद लेने का अवसर प्राप्त होता है।
6. दिलीप के किरदार को दर्शकों का खूब प्यार मिल रहा है। अपने प्रशंसकों को आप क्या संदेश देना चाहेंगे जो आपकी इस यात्रा को ऑन और ऑफ स्क्रीन फॉलो कर रहे हैं?
मैं अपने सभी प्रशंसकों के प्यार और समर्थन के लिए दिल से आभार व्यक्त करता हूं। देश के हर कोने से मुझे जो प्यार मिला है, वह मेरे लिए बहुत मायने रखता है। चाहे मैं कहीं भी जाऊं, लोग मुझे “दिलीप पटेल” के नाम से पहचानते हैं—यहां तक कि बनारस जैसी जगहों पर भी! यह पल मुझे अहसास कराते हैं कि इस किरदार ने लोगों के जीवन पर कितना प्रभाव छोड़ा है। यह देखकर बहुत खुशी होती है कि लोग मुझे अपने परिवार और समाज का हिस्सा मानते हैं। मैं बस यही कहूंगा कि कृपया हमें ऐसे ही देखते रहिए और हमारा उत्साह बढ़ाते रहिए, मुझे उम्मीद है कि आप सभी का प्यार और समर्थन यूं ही बना रहेगा, और हम आपको इसी तरह मनोरंजन देते रहेंगे।
देखते रहिए “पुष्पा इम्पॉसिबल” सोमवार से शनिवार, रात 9:35 बजे सिर्फ सोनी सब पर!